Wednesday, 16 December 2020

ममता

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ममता















 

   रोहतास दुर्ग के प्रकोष्ठ  बैठी हुई   जूवती ममता, शोन के   तरीक्षण  गंभीर प्रभाव को देख रही थीl  ममता विधवा थी उसका   योवन  शोन के समान ही उमड़ रहा था मन में वेदना मस्तक में आधी आंखों में पानी की  बरसात लिए वह सुख के कटक-  शेयर में निकलती बिहार रोहतास दुर्ग पति के मंत्री चूड़ामणि की अकेली हाथी शेर के लिए कुछ अभाव का होना असंभव था परंतु वह विधवा थी हिंदू विधवा संसार में  सबसे तुच्छ  निराशरण प्राणी है- तब  वीडमबना  का कहांअंत थी?




चूड़ामणि ने चुपचाप उस में प्रवेश किया शोन के प्रभाव वह अपना जीवन मिलाने में बेसुध थी पिता का आना-जाना सकी चूड़ामणि व्यथित हो उठे सनेपालीना पुत्री के लिए क्या करें यह सिद्ध ना कर सकते थे लौट कर बाहर चले गए प्राय होता पर आज मंत्री के मन में बड़ी दुश्चिंता थी पैर सीधे ना पढ़ते थे

एक रात बीत जाने पर फिर वह ममता के पास आए उस समय उनके पीछे 10 सेवक चांदी के बड़े चूड़ामणि में कुछ लिए खड़े थे इतने ही   मनुष्य के पद शब्द सोनू ममता ने धूम करे देखा मंत्री ने 7 सालों के रखने का संकेत किया थाल रखकर चले गए

ममता ने पूछा यह क्या है

तेरे लिए बेटी उपहार है यह कहकर चूड़ामणि आवरण उल्टा दिया का पीलापन उस सुनहरी संधा मैं   विकर्ण होने लगा ममता चौक उठी

इतना स्वर्ण यह कहां से आया

चुप रहो ममता यह तुम्हारे लिए है

तो क्या अपने  मलेचशय का उत्कोच स्वीकार कर लिया पिताजी  जय अर्थनहीं अनर्थ है लोटा दीजिए पिताजी हम लोग अमन है इतना सोना लेकर क्या करेंगे इस पतनोमुख  प्राचीन सामंत वंश का अंत समीप है बेटी किसी भी दिन रोहतास पर अधिकार कर सकता है उस दिन मंत्र इतना रहेगा तब पुलिस बेटी हे भगवान सबके लिए विपदा के लिए इतना आयोजन पर पिता की इच्छा के विरुद्ध इतना साहस है पिताजी क्या भीख ना मिलेगी कोई हिंदू बू पोस्ट पर ना बच्चा रह जाएगा जो ब्राह्मण को दो दो मुट्ठी आनंद दे सके कब है फिर दीजिए दादी मैं कांप रही हूं उसकी चमक आंखों के अंदर बना रही है मूर्ख है कहकर चूड़ामणि चले गई

 

1.   निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में दीजिए_

 

(1) ममता कौन थी?

1.  उत्तर:  ममता रोहतास दुर्गावती के मंत्री चूड़ामणि की पुत्री थीl

 

(2)  मंत्री चूड़ामणि को किस की चिंता थी?

उत्तर:  मंत्री चूड़ामणि की पुत्री 'ममता' विधवा थीl वे उसके भविष्य के विषय में बहुत चिंतित थाl

 

(3)  मंत्री चूड़ामणि ने अपनी विधवा पुत्री ममता को उपहार में क्या देना चाहा?

उत्तर:  चूड़ामणि ममता को रिश्वत में मिले हुए सोने से भरे थाल देना चाहता थाl

 

(4)  डोलियों में   शिप कर दुर्गा के अंदर कौन आए?

उत्तर:  डोलियों में छिपकर पठान सैनिक दुर्गा के अंदर आएl

 

(5)  ममता रोहतास दुर्गा छोड़कर कहां रहने लगी?

उत्तर:  ममता राज्य छोड़कर काशी के उत्तर धर्म चंद्र विहार मौर्य और गुप्त सम्राटों की कीर्ति खंडहरों में चली गई और वह दूर कहीं खंडहर में रहने लगीl

 

(6)  ममता से झोपड़ी में किसने आश्रय मांगा?

उत्तर:  ममता से झोपड़ी में मुगल सम्राट हुमायूं ने आश्रय मांगाl

 

(7)  ममता पथिक को झोपड़ी में स्थान देकर सुबह चली गई?

7.उत्तर:  ममता पथिक को झोपड़ी में स्थान देकर सव्यं पास की टूटी दीवारों में चली गईl

 

(8)  चौसा युद्ध किन किन के मध्य हुआ?

उत्तर:  चौथा युद्ध मुगलों और शेरशाह के मध्य हुआl

 

(9)  विश्राम के बाद जाते हुए पथिक ने मिर्जा को क्या आदेश दिया?

9.उत्तर: विश्राम के बाद जाते हुए पथिक ने मिर्जा को कहा-  मिर्जाl उस स्त्री को मैं कुछ भी ना दे सकाl उसका घर बनवा देना, क्योंकि इसमें मैंने यहां आश्रय पाया थाl

 

 

2.   निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन या चार पंक्तियों में दीजिए_

 

(1) ब्राह्मण चूड़ामणि कैसे मारा गया?

उत्तर:  चूड़ामणि पठानों के हाथों  मारा गयाl उसने  उसने मलेचछो से रिश्वत स्वीकार कर लीl जब रोहतास दुर्गा के भीतर डोलियों का ताता भीतर रहा था, मंत्री चूड़ामणि का हृदय धक धक करने लगाl वह अपने आप को रोक सकाl उसने रोहतास दुर्गा के तोरण पर डोलियों का आवरण खुलवाना चाहाl पठानों ने कहां "यह महिलाओं का अपमान करना हैl" बात बढ़ गईl तलवारें खिंची, ब्राह्मण मंत्री वही मारा गयाl

(10)  ममता की जीरन कंकाल अवस्था में उसकी सेवा कौन कर रही थी?

2.उत्तर:  ममता की जीरन कंकाल की अवस्था में उसकी सेवा गांव की दो तीन  स्त्रियां कर रही थी क्योंकि जीवन भर  वह सबके सुख-दु: की  सहभागनी रही थीl

 

(2)  ममता ने झोपड़ी में आए व्यक्ति की सहायता किस प्रकार की?

उत्तर:  एक दिन एक प्यासे, थके हारे सैनिक ने ममता से आश्रय मांगाl पहले तो ममता ने उसे मना कर दिया पर बाद में उसने अतिथि धर्म की पालना के बारे में सोचाl वह सव्यं पास की टूटी दीवारों में चली गई और शरणार्थी को अपनी कुटिया में स्थान दियाl

 

(3)  तानी अपनी झोपड़ी के द्वार पर आए अस्वरोही को बुलाकर क्या कहा?

उत्तर:  ममता ने अपनी झोपड़ी के द्वार पर अशवरोही को बुलाकर कहा मैं नहीं जानती कि वह शहंशाह था या  साधारण मुगल, पर एक इन इसी झोपड़ी के नीचे वह रहा थाl मैंने सुना था, वह मेरा घर बनाने की आज्ञा दे गया थाl मैं आजीवन अपनी झोपड़ी खुदवाने के डर से भयभीत रही थीl

 

(4)  हिमायू द्वारा दिए गए आदेश का पालन कितने वर्षों बाद तथा किस रूप में हुआ?

उत्तर:  हुमायूं द्वारा दिए गए आदेश का पालन 37 वर्ष बाद हुआl हुमायूं के बेटे अकबर के सैनिक जब उस स्थान को ढूंढते हुए आए तो ममता ने उन्हें कहा था यही वह स्थान है जहां हुमायूं ने 1 दिन विश्राम किया थाl हुमायूं  के पुत्र अकबर ने अपने पिता की स्मृति में वहां पर एक गगनचुंबी अष्टकोण मंदिर बनवायाl

 

(5)  मंदिर में लगाए शिलालेख पर क्या लिखा गया?

उत्तर:  मंदिर में लगाए शिलालेख पर लिखा था, "सातों देशों के नरेश हुमायूं ने 1 दिन यहां विश्राम किया थाl उनके पुत्र अकबर ने उनके स्मृति में यह गगनचुंबी मंदिर बनवायाl"

 

 

3.  निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 6 या 7 पंक्तियों में दीजिए_

 

(1) ममता का चरित्र चित्रण कीजिए?

उत्तर:  ममता रोहतास के दुर्गापति चूड़ामणि की एकमात्र पुत्री हैl यावनकाल में ही विधवा हो गई थी लेकिन वह सवभिमानी एवं देशभक्त भारतीय नारी हैl  कर्तव्य की भावना उस में कूट-कूट कर भरी हुई हैl जब उसके पिता मंत्री चूड़ामणि रिश्वत लेते हैं तो वह इस घृणित कार्य को घोर अनर्थ की संज्ञा देती हैl जीवन के अंतिम क्षणों में वह सधारण झोपड़ी में एक  असाधारण नारी सिद्धू हुई हैl वह ममता, परोपकार, करुणा तथा त्याग की साक्षात् देवी प्रतीत हैl संसारिक प्रलोभनो के प्रति उसे कोई आकर्षण नहीं हैl

 

(2)  ' ममता' कहानी से आपको क्या शिक्षा मिलती है?

उत्तर:  ममता कहानी के माध्यम से भारतीय नारी के  उच्चादर्श देश प्रेम, कभी लालच ना करने, दूसरों की निष्काम भाव से सेवा करने और भारतीय संस्कृति के उच्चादर्श का पालन करने की शिक्षा मिलती हैl