देश के दुश्मन
1. प्रश्नों के उत्तर एक दो पंक्तियों में दीजिए
(1) सुमित्रा के पुत्र का नाम बताइए.
1. उत्तर: सुमित्रा के पुत्र का नाम जयदेव हैl
(2) वाघा बॉर्डर पर सरकारी अफसरों के मारे जाने की खबर सुमित्रा कहां सुनती है?
2. उत्तर: वाघा बॉर्डर पर सरकारी अफसरों के मारे जाने की ख़बर सुमित्रा रेडियो पर सुनती हैl
(3) जयदेव वाघा बॉर्डर पर किस पद पर नियुक्त था?
3. उत्तर: जयदेव वाघा बॉर्डर पर डी.एस.पी. के पद पर नियुक्त थाl
(4) जय देव की पत्नी कौन थी?
4. उत्तर: नीलम जयदेव की पत्नी की थीl
(5) वाघा बॉर्डर पर मारे जाने वाले दो सरकारी अफसर कौन थे?
5. उत्तर: वाघा बॉर्डर पर मारे जाने वाले सरकारी अफसर एक हेड कांस्टेबल थे और दूसरे सब इंस्पेक्टरl
(6) जयदेव ने तस्करों को मार कर उनसे कितने लाख का सोना छीना?
6. उत्तर: जयदेव ने तस्करों को मार कर उनसे 500000 का सोना नाl
(7) जयदेव को स्वागत सभा में कितने रुपए इनाम में देने के लिए सोचा गया?
7. उत्तर: जयदेव को स्वागत सभा में ₹10000 का इनाम देने के लिए सोचा गयाl
(8) मीना कौन थी?
8. उत्तर: मीना सुमित्रा की बेटी और जयदेव की छोटी बहन थीl
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन_ चार पंक्तियों में दीजिए_
(1) सुमित्रा क्यों कहती है कि अब उसका ह्रदय इतना दुर्बल हो चुका है कि जरा सी आशंका से कांप उठता है?
1. उत्तर: सुमित्रा जब रेडियो पर वाघा बॉर्डर पर हुए हमले की बात सुनती है तो बहुत घबरा जाती है क्योंकि उसका पुत्र यह देव भी वाघा बॉर्डर पर तैनात हैl दूसरी और उसके पति भी लुटेरों हत्यारों चीनियों से भारत की सीमा की रक्षा करते हुए बलिदान हुए थेl उनकी मृत्यु के बाद उसने बड़ी मुसीबतों से अपने बच्चों को पाला थाl इसीलिए अब वह इस प्रकार की खबरें सह नहीं पातीl इसीलिए वह कहती है कि अब उसका हृदय इतना दुर्बल हो चुका है कि जरा सी आशंका से भी कांप उठता हैl
(2) नीलम जयदेव से मान_भरी मुद्रा में क्या कहती है?
2. उत्तर: नीलम मान भरी मुद्रा में जयदेव को कहती है कि अब बताइए, इतने दिन कहां लगाए? यहां तो राह देखते-देखते आंखें पथरा गई, वहां जनाब को परवाह तक नहीं के किसी के दिल पर क्या बीत रही हैl
(3) जयदेव को गुप्तचरो से क्या समाचार मिला?
3. उत्तर: जयदेव को गुप्तचरो से समाचार मिला था के बॉर्डर पर अंधेरे में पुलिस पिकेट से एक डेढ़ मील दक्षिण की तरफ से कुछ लोग बॉर्डर पार करने वाले हैंl ऐसा शक है कि वह सोना समगल कर के ला रहे हैंl
(4) जयदेव ने अपनी छुट्टी कैंसिल क्यों करा दी थी?
4. उत्तर: जयदेव ने अपनी छुट्टी कैंसिल इसीलिए करवा दी क्योंकि उसे गुप्तचरो के माध्यम से यह पता लग चुका था के बॉर्डर पर कुछ लोग सोने की तस्करी करके लाने वाले हैंl
(5)
नीलम क्यों चाहती थी के डी.सी. दोपहर के बाद जयदेव को मिलने आए.
5. उत्तर: जयदेव कुछ वक्त पहले ही घर पहुंचा थाl उसने अभी चाय भी नहीं पी थी और मुंह हाथ तक नहीं धोया थाl सफर के कपड़े तक नहीं बदले थेl इसलिए नीलम चाहती थी कि डी.सी. दोपहर के बाद जयदेव को मिलने आएl
(6) एकांकी में डीसी के किस पता चलता है कि डीसी और जयदेव में घनिष्ठता थी?
6. उत्तर: डी.सी. जब जयदेव से मिलने आता है तो जयदेव उसे 'सर' कह कर बुलाता हैl इस पर डी.सी. उसे कहते कि सर बैठा होगा ऑफिस की कुर्सी में खबरदार जो यहां सर वर कहाl मैं वही तुम्हारा बचपन का दोस्त और क्लासमेट हूं जिससे बिना हाथ पाई किए तुम्हें रोटी हजम नहीं होती थीl इससे पता चलता है कि डीसी और जयदेव में घनिष्ठता थीl
(7)
डी.सी. सुमित्रा को क्या खुशखबरी देते हैं?
7. उत्तर: डी.सी. आकर सुमित्रा को खुशखबरी देता है कि जयदेव को पूरे शहर की तरफ से सम्मान किया जाएगाl साथ ही गवर्नर साहब ने उसे ₹10000 इनाम के रूप में देने का भी निर्णय लिया हैl
(8)
जयदेव इनाम में मिलने वाली राशि के विषय में क्या घोषणा करवाना चाहता है?
8. उत्तर: जयदेव इनाम में मिलने वाली राशि के विषय में यह घोषणा करवाना चाहता है कि इनाम में मिली राशि के आधे आधे पैसे दोनों शहीदों के परिवार वालों को दे दिए जाएंl
3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 6_7 पंक्तियों में दीजिए_
(1) चाचा अपने बेटे बलुआ के विषय में क्या बताते हैं?
1. उत्तर: चाचा ने बताया कि उनका बेटा भी दो दो महीनों में उनकी ओर से 4-5 कितनी जाने पर एक आध पत्र लिखता है और उल्टे उन्हें ही शिक्षा देता है कि वह यूं ही दो-चार दिन में घबरा जाते हैंl उसे काम बहुत रहता हैl समय ही नहीं मिलताl उसे तो दम मारने का टाइम नहीं मिलताl
(2) चाचा सुमित्रा को अखबार में आई कौन सी खबर सुनाते हैं?
2. उत्तर: चाचा ने सुमित्रा को अखबार में आई जयदेव की वीरता और सूझ- बूझ की प्रशंसा की खबर बताएं कि किस प्रकार उसने तस्करों से किस बहादुरी और चतुराई से मोर्चा लिया किस तरह उनको मार भगाया और किस तरह उनके चार आदमियों को गोलियों का निशाना बनाए तथा 500000 का सोना उनसे छीन लियाl
(3) जयदेव ने तस्करों को कैसे पकड़ाm
3. उत्तर: 2-4 संतरी गश्त लगा रहे थे और कुछ अवसर और जयदेव कैंप में चौकनने बैठे थेl कुछ देर बाद रात के सन्नाटे में संतरियो ने आकर खबर दी कि सीमा से कुछ मील दूर लाइट की नजर आई हैl और एक क्षण भर में फिर बंद हो गईl तब जयदेव तुरंत टेंट से निकला और जवानों को जगह-जगह तैनात कर दियाl कैंप से करीब आधा मील की दूरी पर एक जीप आकर रुकी और 6-7 आदमी उसमें से उतरेl फिर जयदेव ने उन पर टोर्च की रोशनी डाली और आदेश दिया "खबरदार हैंड अप! भागने की कोशिश की तो गोली मार दी जाएगी"l जवाब में उन्होंने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी जिसमें 2 पुलिस वाले और 3 उनके लोग मारे गए और जयदेव ने तस्करों को पकड़ लियाl
(4) नीलम अपने पति से उलाहना भरे स्वर में क्या कहती हैं?
4. उत्तर: नीलम ने अपने पति से उलाहना भरे स्वर में कहा," हम नहीं बोलते! न कोई चिट्ठी न पत्री, न खैर- खबर सब को मुसीबत में डाल दियाl मां जी तो इतना घबरा गई के दिल का दौरा ही नहीं पड़ गयाl जब उन्हें विश्वास हो गया कि आप कुशल से हैं तब कहीं जी टिकाने में आयाl" वह जयदेव से कहती है, "इतने दिन कहां लगाए? यहां तो राह देखते-देखते आंखें पथरा गई, वहां जनाब को परवाह तक नहीं की किसी के दिल पर क्या बीत रही हैl
(5)
डी.सी. को अपने मित्र जयदेव और उसके परिवार पर गर्व क्यों होता है?
5. उत्तर: डी.सी. को अपने मित्र जयदेव और उसके परिवार पर गर्व उनकी नि: सवर्थ देश प्रेम को देखकर होता हैl जो 10 हजार का पुरस्कार सरकार ने जयदेव को देने का निर्णय लिया था उसको जयदेव ने दोनों सेनानियों के परिवार वालों को बांट देने का निर्णय लियाl उनकी माता और पत्नी ने उनका समर्थन कियाl
(6) पुलिस और सेना के अफसरों जा सैनिकों के घरवालों को किन-किन मुसीबतों का सामना करना पड़ता है?
6. उत्तर: पुलिस और सेना के अफसरों या सैनिकों का जीवन बड़ा कठिन होता है lउन्हें दिन-रात कड़ी मेहनत करनी पड़ती हैl 24 घंटे बिना सुख सुविधाओं के भी उन्हें सदा जागते हुए देश सेवा में तत्पर रहना पड़ता हैl जान की परवाह किए बिना शत्रुओं का मुकाबला करना पड़ता है और साथ ही उनके परिवारों का त्याग भी कम नहीं होताl उन्हें अपने पति, बेटे के बिना सभी चुनौतियों का सामना करना पड़ता हैl कभी-कभी वह बॉर्डर पर अप्रिय घटनाओं को सुनकर बहुत घबरा भी जाते हैं और दु:ख सुख में अकेले ही उन्हें जूझना पड़ता हैl
(7) निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए_
1.
बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाता, मांजी! ऐसे दिव्य बलिदान पर तो देवता चढ़ाते हैं.वे भी स्वर्ग में जयजयकार करते हुए देश पर निशावर होने वाले का स्वागत करते हैं.
2. बेटा यह ठीक है कि 10000 की रकम कम नहीं होतीl लेकिन उन विधवाओं और मृत अफसरों के परिवारों के बारे में भी तो सोचो उनकी क्या हालत होगीl
उत्तर: डी.सी. साहब जब जयदेव के सम्मान की बात करते हैं और गवर्नर की तरफ से ₹10000 पुरस्कार देने के बारे में बताते हैं तो जयदेव उन्हें कहता है कि वह यह रुपए शहीद सेनानियों के परिवारों में बांट देंl तो डी.सी. उसे समझाते हुए समर्थन समझाते हुए कहते हैं कि 10000 की रकम कम नहीं होतीl इस बात का जयदेव की मां समर्थन नहीं करती और डी.सी. को समझाते हुए कहती है कि यह ठीक है कि 10000 की रकम कम नहीं होती, लेकिन उन विधवाओं और मृत अफसरों के परिवारों के बारे में भी तो सोचो उनकी क्या हालत होगीl कहने का आशय यह है कि व्यक्ति को सिर्फ अपने विषय में नहीं बल्कि दूसरों के दुख दर्द बांटने आने चाहिएl
3. पुलिस और सेना में थकना यह एक डिसक्वालीफिकेशन हैl
उत्तर: जयदेव छुट्टी पर घर आता है तो डी.सी. साहब फोन पर उनसे मिलने की बात कहते हैं तो नीलम उनकी पत्नी कहती है कि अभी तो आपने चाय तक नहीं पी सफर के कपड़े तक नहीं बदलेl थकावट भी नहीं उतरीl उन्हें थोड़ा बाद में बुला लेतेl तो जयदेव कहता है कि पुलिस और सेना में थकना डिसक्वालीफिकेशन हैl कहने का आशय यह है कि एक पुलिसकर्मी और सेना ने के जीवन में थकावट का कोई स्थान नहीं अर्थात वह कभी नहीं थकते सदा कार्य करने में तत्पर रहते हैंl