पत्र (1-3)
1- डाटा एन्ट्री ऑपरेटर” पद पर नियुक्ति हेतु आवेदन पत्र लिखिए।
सेवा
में
प्रिंसिपल
सेवा
सदन हाई स्कूल
दिल्ली।
विषय
:- डाटा एन्ट्री ऑपरेटर' के पद के
लिए आवेदन पत्र ।
महोदय,
मुझे
'दैनिक समाचार पत्र दिल्ली
में दिनांक 07 मई, 2015 को छपे विज्ञापन
को पढ़कर पता चला कि
आपके
स्कूल में डाटा एन्ट्री
ऑपरेटर' के तीन पद
खाली हैं। मैं स्वयं
को इस पद के
लिए प्रस्तुत कर रहा
हुँ
मेरा परिचय तथा शैक्षिक योग्यताएं
इस प्रकार हैं:
सामान्य परिचय
1. नाम
= अरविन्द
कुमार
2. पिता
का नाम = श्री
रोहित कुमार
3. माता
का नाम = श्रीमती
रीटा
4. पिता
का व्यवसाय = दुकानदार
3, माता
का व्यवसाय = कामकाजी
महिला
6.परिवार
की कुल आमदनी = 3,00,000/- वार्षिक
7. आयु
= 20 वर्ष
8. जन्म
तिथि = 06.07.1995
9, पता
(स्थायी) = मकान
नम्बर + 125, मयूर विहार,पानीपत
(हरियाणा)
10. ( पत्र
व्यवहार के लिए पता)= उपर्युक्त
2- अपनी गलती के लिए क्षमा याचना करते हुए अपने स्कूल के
प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र लिखिए।
सेवा
में
प्रधानाचार्य
बाल
विकास विद्यालय
हैदराबाद।
विषय
: क्षमा याचना के लिए प्रार्थना
पत्र।
माननीय
महोदय,
सविनय
निवेदन यह है कि
मैं आपके विद्यालय में
दसवीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ।
मुझसे
एक गलती
हुई
है जिसके लिए मैं आपसे
क्षमा माँगना चाहता हूँ। मैंने आज
लाइब्रेरी के पीरियड में
चोरी से एक
किताब
से दो पन्ने फाड़
लिए थे। मेरी इस
धृष्टता को अध्यापक ने
देख तिया। मेरी चोरी पकड़ी
गयी
अब में बहुत ही
शर्मिंदा हूँ। यह मेरी
पहली गलती है। मैं
आपको विश्वास दित्राता हूँ किमें
भविष्य
में कभी ऐसी गलती
नहीं करूँगा। कृपया मेरी इस गलती
को माफ कर दीजिए।
मैं आपका
अति
आभारी रहूँगा।
आपका
आज़ाकारी शिष्य
शिशुपाल
सिंह (शिशुपालत्र सिंह)
कक्षा-दसवी-ए -
रोल
नम्बर-13 ह
3- अपनी गलती के लिए क्षमा याचना करते हुए अपने स्कूल के
प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र लिखिए।
सेवा
में
प्रधानाचार्य
बाल
विकास विद्यालय
हैदराबाद।
दिनांक
: 12.08.201 5
विषय
: क्षमा याचना के लिए प्रार्थना
पत्र।
माननीय
महोदय,
सविनय
निवेदन यह है कि
मैं आपके विद्यालय में
दसवीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ।
मुझसे
एक गलती
हुई
है जिसके लिए मैं आपसे
क्षमा माँगना चाहता हूँ। मैंने आज
लाइब्रेरी के पीरियड में
चोरी से एक
किताब
से दो पन्ने फाड़
लिए थे। मेरी इस
धृष्टता को अध्यापक ने
देख तिया। मेरी चोरी पकड़ी
गयी
अब में बहुत ही
शर्मिंदा हूँ। यह मेरी
पहली गलती है। मैं
आपको विश्वास दित्राता हूँ किमें
भविष्य
में कभी ऐसी गलती
नहीं करूँगा। कृपया मेरी इस गलती
को माफ कर दीजिए।
मैं आपका
अति
आभारी रहूँगा।
आपका
आज़ाकारी शिष्य
शिशुपाल
सिंह (शिशुपालत्र सिंह)
कक्षा-दसवी-ए -
रोल
नम्बर-13 ह