Saturday 4 September 2021

प्रकृति का वरदान : पेड़-पौधे

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प्रकृति का वरदान : पेड़-पौधे

 

ईश्वर ने सम्पूर्ण जगत के प्राणियों को अनेक अमूल्य उपहार दिए हैं जिनमें से पेड़-पौँधे मुख्य

हैं। सचमुच, ये हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। इनका हमारे जीवन में महत्वपूर्ण

स्थान है। पेड़ दुर्गन्ध लेते हैं और सुगन्ध लाटाते हैं अर्थात ये कार्बन डाई ऑक्साइड ग्रहण करके

हमें ऑक्सीजन देते हैं। ये सूर्य की गर्मी को स्वयं सहन करके हमें छाया प्रदान करते हैं, इसलिए

 

ये परोपकारी हैं। इनसे हमें फल और फूल, ईंधन, गोंद, रबड़, फर्नीचर की लकड़ी, कागज़ आदि

मिलते हैं। पेड़ पाँधों से वातावरण शुद्ध बनता है तथा भूमि की उर्वरता बढ़ती है क्योंकि इनकी

पत्तियाँ खाद बनाने के काम आती हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी इनकी अहम भूमिका है। पेड़ों के

पतों, जड़ों, फलों, फूलों तथा छाल आदि से कई प्रकार की दवाइयाँ बनती हैं। धार्मिक दृष्टि से तो

पेड़ों का बहुत महत्व है। ऐसे भी कई पेड़ पाँध हैं जिन्हें पूजा जाता है जैसे-तुलसी, पीपल, केला,

बरगद, आम आदि। पेड़ों का सम्बन्ध रोज़गार से भी जुड़ा है। पेड़ों से लोग टोकरियाँ, बैग,

चटाइयाँ, पेंसिलें, फर्नीचर आदि बनाकर अपना करते हैं। पेड़-पौँधों का इतना महत्त्व होने पर

इनका संरक्षण करना चाहिए। ये हमें लाभ ही देंगे। कहा भी है-पेड लगाओ, पर्यावरण बचाओ।